महाराज नरेंद्रनयन शास्त्री जी 280 कन्याओं का कर चुके हैं कन्यादान एवं भागवत की से प्राप्त समस्त चढ़ोत्तरी कन्याओं के लिए समर्पित

हर्ष केडिया : जांजगीर जिले के चांपा शहर के पास ग्राम लखाली में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आज आखिरी दिवस है जिसके मुख्य जजमान के के चंद्रा जी हैं गुरुजी का मुख्य उद्देश्य लोगों को सनातन धर्म के प्रति जागरूक करना है एवं लोगों को सही राह दिखाना है उनका यह मानना है लोगों को अपने धर्म के प्रति हमेशा तत्पर रहना चाहिए एवं आस्था रखनी चाहिए जब तक हम धर्म की रक्षा नहीं करेंगे धर्म हमारी रक्षा नहीं करेगा गायों की सेवा ही नारायण सेवा है ऐसा कहते हुए गुरुजी ने यह बताया अभी तक वह 280 कन्याओं का कन्यादान कर चुके हैं सृष्टि की रचना में कन्याओं का बहुत बड़ा योगदान है

एवं सदा हमें अच्छे कार्य करना चाहिए लोगों के लिए अच्छे काम करना चाहिए लोगों की मदद करनी चाहिए अगर हम किसी के प्रति कभी कुछ अच्छा करते हैं उसका सहयोग करते हैं और उसके बाद भी वह हमारा बुरा चाहता है वह बुरा करने का प्रयास करता है लेकिन हमें उसके बुरे के बारे में कभी नहीं सोचना चाहिए उसे खुद अपनी गलती का एहसास होगा वह स्वयं अच्छाई की राह में आ जयेगा