ई-जिला प्रबंधक अफ़ताब अहमद ख़ान ने किया शासन के नियमों का उल्लंघन चॉइस सेंटर संचालको का हुआ आईडी सड़यंत्र के साथ बंद*

बिलासपुर ,-*हाल ही में संविदा कर्मचारी ई-जिला प्रबंधक ने दो चॉइस सेंटर संचालकों की लोक सेवा केंद्र की आईडी बंद किया है*

*लोक सेवा केंद्र संचालक का आरोप*
स्वयं जिला प्रबंधक के द्वारा शासकीय सेवा के लिए चॉइस सेंटर एवं लोक सेवा केंद्र संचालक को लोक सेवा केंद्र की आईडी प्रदान की जाति जिसको जिला प्रबंधक के द्वारा चॉइस वाली आईडी को निजी बोला जाता हैं

लोक सेवा केन्द्र के संचालक अरुण कुमार गोयल और अरविंद कुमार पटेल ने बताया ऑनलाइन प्रकरण को किया ऑफलाइन कार्यवाही उन्होंने बताया जिला प्रबंधक के सड़यंत्र एवं लोक सेवा केंद्र संचालक सीपत के द्वारा नायब तहसीलदार सीपत देश कुमार कुर्रे को गुमराह कर के दोनों संचालक को बिना नोटिस भेजे सीधा लोक सेवा केन्द्र की आईडी बंद कराने के लिए प्रतिवेदन जिला प्रबंधक के पास भेजा हैं।
तहसीलदार की आईडी से अधिकतर रात्रिकालीन समय रात्रि 3:Am और 4:Am में किया जाता है जिसका विवरण आज भी ऑनलाइन में दर्ज है जो की पूर्णतः संदिग्ध है यह भी जानकारी प्राप्त हुआ है जाति निवास आय प्रमाण पत्र की ऑनलाइन कार्यवाही लोक सेवा केंद्र सीपत के संचालक के द्वारा तहसीलदार की आईडी एवं डिजिटल हस्ताक्षर का प्रयोग किया जाता है जिसके कारण यह अवैध कार्य को रात्रिकालीन समय में अंजाम दिया जाता है चॉइस केन्द्र संचालक अरविंद कुमार पटेल ने बताया कि ऑनलाइन कार्यवाही के 6 माह बाद नायब तहसीलदार ने जिला प्रबंधक को आईडी बंद करने के लिए प्रतिवेदन भेजा और ही नहीं अरुण कुमार गोयल के विरुद्ध आईडी बंद करने के लिए ऑनलाइन कार्यवाही के 03 दिवस है पूर्व तिथि में जिला प्रबंधक को प्रतिवेदन भेजा साथ ही दोनों संचालकों ने यह भी बताया कि दोनों संचालकों के विरुद्ध नायब तहसीलदार सीपत द्वारा जिला प्रबंधक को भेजे गए प्रतिवेदन में 09 दिवस का अंतराल है और आवक-जावक क्रमांक संदिग्ध है
कार्यालय जिला कलेक्टर बिलासपुर को दोनों लोक सेवा केन्द्र संचालक अरविन्द कुमार पटेल और अरूण कुमार गोयल ने पुनः प्रकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया से तहसीलदार और वाचक की आई डी से निष्पक्ष जाँच कराने की माँग रखी गई है साथ ई-जिला प्रबंधक के उपर कठोर कार्यवाही की माँग की है
अब देखना यह होगा कि मामले को संज्ञान में लेकर कलेक्टर बिलासपुर के द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है या संविदा कर्मचारी ई-जिला प्रबंधक अफ़ताब अहमद ख़ान को बचाया जा रहा है।