भागम भाग कर रहे बली,,,,समिति प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही होने के बाद भी नहीं दे रहे हैं चार्ज

बिलासपुर, 22 दिसंबर 2022। मस्तूरी क्षेत्र में धान खरीदी हो और पंजीयक सहकारी संस्था से लेकर सहकारी केंद्रीय बैंक के कर्मचारी एवं अधिकारियों की बल्ले बल्ले ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता. …. मस्तूरी स्थित भरारी क्षेत्र के कुछ सहकारी समितियां तो भ्रष्टाचार के लिए ही जानी जाती है, किंतु इस बार मामला कुछ ज्यादा ही गंभीर हो गया है। ग्रामीणों ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए पंजीयक सहकारी संस्थाएं, अध्यक्ष जिला सहकारी बैंक, क्षेत्रीय विधायक को प्रमाणों से युक्त आवेदन पत्र भेजे हैं और नोडल अधिकारी आशीष दुबे, प्रबंधक, भागबली पर ही मामला नहीं रुकता सिढी चढ़ते हुए आंच सहकारिता निरीक्षक तक आ रही है। धान खरीदी में गड़बड़ी का यह मामला इस बार विधानसभा में उठाने वाला है समझते हैं कि पूरा मामला है क्या।

उपपंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर से साठ गांठ कर एवं संस्था प्रबंधक की भागवली घृतलहरे से मिलकर पूरे मस्तूरी ब्लाक के समितियों ब्रांचों में अपने चहेतो की समिति प्रबंधक धान खरीदी कार्य एवं प्रभारी पर्यवेक्षक बनाया गया है।
अपने चहेते भागवली घृतलहरे जो कि वित्तिय अधिकार नही होने के बाद भी प्रभारी पर्यवेक्षक एवं समिति प्रबंधक बनाकर भ्रष्टाचार कराया जा रहा है।
समिति प्रबंधक (प्रभारी पर्यवेक्षक) भागवली घृतलहरे को राह देकर उनके पूरे खानदान को मस्तूरी क्षेत्र के अनेक समितियों का धान खरीदी प्रभारी बनाया गया है एवं उनके पूरे खानदान पर गबन का आरोप होते हुये भी समिति प्रबंधक बनाया गया है जिससे भारी मात्रा में भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
भागवली घृतलहरे पर पामगढ़, मुलमुला समिति शाखा लोहरी शाखा मस्तूरी शाखा मल्हार समिति में धान खरीदी एवं अन्य प्रकार की गड़बड़ी एवं वित्तीय अधिकार नहीं होते हुये धान खरीदी प्रभारी समिति प्रबंधक एवं प्रभारी पर्यवेक्षक बनाया गया है ताकि समितियों को लूटकर अपना एवं नोडल अधिकारी तथा उपपंजीयक की पूर्ति किया जा सके एवं विरोध करने पर
दादागिरी, नेतागिरी, तथा नौकरी से निकाल दिया जाता है तथा थाना में शिकायत दर्ज करा दिया जाता है उदाहरण समिति पुर्याकारी एवं समिति गरारी ।
नोडल अधिकारी के सहयोग से भागवली घृतलहरे सहकारीता निरीक्षक पुरेना के सह से मस्तूरी ब्लाक में अपने रिश्तेदारों तथा अन्य को समिति में बिना आदेश के भर्ती किया गया है।
एमरसाठी समिति 1. बबलूराम, जो कि पुकराम का लड़का है एवं पुकराम भागवली का बड़ा गाई है। जो धान खरीदी 2013-14 में समिति भरारी में 4123 विव पान सार्टेज किया था एवं भागवली के द्वारा 2012-13 में 3873 विव साटेंज किया गया था।

रंजीत – जो कि भागवली के बड़े भाई भागीरथी का लड़का है निवासी गोसाडीह को एरमशाही में भर्ती किया गया है।
मिनाक्षी सेन पिता गंगाराम सेन जो कि बढ़तरा का निवासी है एवं शाखा जोंधरा में गंगाराम रोग केशियर के पद कार्यरत है।
गतौरा समिति – गतौरा में पुकराम को धान खरीदी प्रभारी बनाया गया है जो कि भागवली का बड़े भाई एवं समिति भरारी में 2013-14 में 4123 क्विं धान का गबन का आरोपी है एवं समिति मरारी से कार्य से पृथक किया जा चुका है।

गोड़ाडीह समिति गोड़ाठीह में भागवली पृतलहरे का बड़ा भाई प्रकाश घृतलहरे कई वर्षों से – धान खरीदी शार्टज का आरोपी है एवं पूरे परिवार उक्त समिति पर कार्यरत् है । समिति चिल्हाटी – मनोहर लाल यादव जो कि समिति गोदावीह का कर्मचारी है एवं भागवली

के चहेते उससे लेनदेन कर समिति बिल्हाटी के प्रभारी प्रबंधक बनाया गया है।

गरारी समिति यह कि समिति भरारी पं.क्र. 558 में समिति प्रबंधक भागवली घृतलहरे

प्राधिकृत अधिकारी एच.एम पुरेना शाखा प्रबंधक ए के राय नोडल अधिकारी आशिम दुबे द्वारा

भारी मात्रा में गबन पोखापड़ी किया गया है जैसे किसानो का रकबा बढ़ाकर किसानो की बिना

जानकारी के मात्रा से अधिक ऋण वितरण किया गया है एवं भारी मात्रा में फर्जी परमिट खाद,

बीज एवं अन्य प्रकार के घोटाला किया गया है एवं घृतलहरे को पर्यवेक्षक के पद पर जोधरा

ट्रांसफर किया गया था। लेकिन वह नहीं गया। सिर्फ ज्वाईनिंग किया, पुनः शाखा मल्हार में

रहकर कार्य किया जा रहा है दो माह पश्चात् प्रभारी पर्यवेक्षक तथा संस्था प्रबंधक के पद 31.

2022 को पुनः उसका ट्रासफर मस्तूरी किया गया है। उसके द्वारा किसी भी कार्य को नहीं करता है। अन्य व्यक्ति के द्वारा कार्य कराया जाता है एवं भागवली को नोडल अधिकारी श्री आशिष दुबे के सहयोग से मनमाना चाह जगह पर भेज दिया जाता है।
वित्तीय अधिकार के संबंध में – जिला सहकारी बैंक में 3 संस्था प्रबंधकों को वित्तीय अधि कारी नहीं है। धान खरीदी गबन के कारण 1. बसंत डहरिया शाख मण्डी, 2. रामखिलावन व मुख्य शाखा बिलासपुर, 3 भागवली धृतलहरे शाखा मस्तूरी में, यह कि दो कर्मचारी छोड़कर सिर्फ भागबली घृतलहरे को उक्त अधिकार किसके द्वारा दिया गया है एवं उनके उपर किस अधि कारी के द्वारा मेहरबान है सोचनीय बात है।
बार-बार तबादला होता है और प्रभावित अधिकारी उसे कहीं चैलेंज नहीं करता ऐसा कहा जा सकता है कि संबंधित अधिकारी प्रबंधन में इतना काबिल है कि उसे अधिकारी हर उस जगह भेजते हैं जहां पर गड़बड़ी चल रही है और गड़बड़ी से लाभ पाने के कारण ही कर्मचारी वहां चल देता है अन्यथा इतने कम दिनों में इतनी बार तबादला की शिकायत क्यों नहीं होती।